जैसे पहली लहर आई थी और चली गई थी, यह भी आकर जाएगी By सुशोभितव्यंग्यApril 8, 2021April 8, 2021गए साल अक्टूबर में कोरोना का ग्राफ़ गिरने के बाद जब मित्रों ने समारोहपूर्वक मास्क का परित्याग कर दिया, तो मैं दो मास्क लगाने लगा। … Read more About जैसे पहली लहर आई थी और चली गई थी, यह भी आकर जाएगी
चंद्रमा का कवि- सुशोभित By सुशोभितसमाजMarch 27, 2021March 30, 2021सुशोभित लेखक कहते हैं आदम के बाद किसी और मनुष्य ने वैसी तनहाई का अनुभव नहीं किया, जैसा माइकल कोलिन्स ने किया था। आदम पहला मनुष्य … Read more About चंद्रमा का कवि- सुशोभित
ब्लैक होल अपडेटेड इट्स प्रोफ़ाइल पिक्चर! By सुशोभितसमाजApril 12, 2019March 27, 2021बीते कल तक “ब्लैक होल” के फ़ेसबुक पेज पर उसकी अपनी कोई तस्वीर नहीं थी! अगर कोई आपसे पूछे कि 10 अप्रैल 2019 और 11 … Read more About ब्लैक होल अपडेटेड इट्स प्रोफ़ाइल पिक्चर!
विवाह एक सांस्थानिक वेश्यावृत्ति है ! By सुशोभितसमाजMarch 30, 2019March 30, 2019मेरे इस आप्तवाक्य पर उससे कहीं अधिक उपद्रव हो चुका है, जितना कि होना चाहिए! मालूम होता है कि फ़ेसबुक मित्र इस एक कथन से … Read more About विवाह एक सांस्थानिक वेश्यावृत्ति है !