पिछले सालों से सोशल मीडिया की सक्रियता की वज़ह से झूठी एवं भ्रामक ख़बरों का विस्तार काफ़ी व्यापक हो चुका है। इस काम में न केवल सोशल मीडिया बल्कि मुख्यधारा की मीडिया जैसे टीवी एवं अख़बार भी शामिल हैं। साम्प्रदायिक एवं भ्रामक ऐतिहासिक तथ्यों के कारण वर्तमान युवा पीढ़ी निश्चित रूप से प्रभावित हो रही है। जिसके परिणाम आए दिन देखने को मिलते हैं। पिछले सालों में फ़ेसबुक, व्हाट्सएप्प एवं अन्य माध्यमों से उड़ी अफ़वाहों की वज़ह से एकत्र हुई भीड़ की मारपीट से कई सौ लोगों की ज़ानें गईं तथा कई सौ लोग ऐसी घटनाओं के शिकार हुए हैं। सोशल मीडिया का यह दुष्प्रचार केवल शहरों तक सीमित नहीं है बल्कि अब छोटे शहरों एवं गांवों तक भी पहुंच रहा है।
इसी सिलसिले में झूठी, भ्रामक एवं साम्प्रदायिक ख़बरों के खिलाफ यूट्यूबर कुमार श्याम गांवों की यात्रा कर रहे हैं। इस यात्रा को कुमार श्याम ने ‘गांव कनेक्शन-यात्रा’ नाम दिया है। इस यात्रा के अंतर्गत कुमार श्याम ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों एवं कॉलेज़ों में जाकर छात्र-छात्राओं से रूबरू हो रहे हैं। अपने स्तर पर की जा रही इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थिंयों को सोशल मीडिया के नकारात्मक पक्ष से आग़ाह करना है।
कुमार श्याम ने इस यात्रा की शुरूआत सोमवार, 16 सितम्बर को राजस्थान के एक छोटे-से गांव बरमसर से की। उसके बाद पूरबसर, पल्लू एवं अन्य गांवों के कॉलेज़ों एवं स्कूलों के छात्र-छात्राओं से फ़ेक-न्यूज़ एवं फ़ेक व्हाट्सएप्प फ़ॉरवर्ड्स पर बातचीत कर रहे हैं। इस यात्रा में कुमार श्याम को युवाओं का काफ़ी सहयोग एवं समर्थन मिल रहा है। काफ़ी लोग इस यात्रा में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं।

पूरबसर में बच्चों को संबोधित करते कुमार श्याम.

पल्लू के एम.डी. कॉलेज में एक छात्रा के हाथ में कुमार श्याम के पोस्टर.

एम.डी. कॉलेज में कुमार श्याम को सुनने पहुंचे छात्र-छात्राएं.